पुस्तक “ओस की बूँदें” मेरी और श्रीमती मीना शर्मा जी की कविताओं का संकलन है। पहले भाग में मीना जी की कविताएँ हैं और दूसरे भाग में मेरी।
आप देखेंगे कि हम दोनों की रचना शैली एकदम अलग है। मीना जी हिंदी में स्नात्तकोत्तर हैं और पिछले करीब 20-25 वर्षों से हाईस्कूल और जूनियर कॉलेज में हिंदी का अध्यापन कर रही हैं। इसलिए स्वाभाविक ही है कि उनकी शब्द संपदा साहित्यिक है और वैसी ही उनकी कविताएँ भी। मैं एक अहिंदी भाषी हूँ और हिंदी में मेरी शिक्षा हायर सेकंडरी तक की है। मेरी भाषा सरल साधारण है।