लो आ गई सतरंगी सखियां। ले कर अपने सपनों को, हाथों में एक कलम उठाये, कुछ लिखेंगी अपनो को। शब्दों के एक-एक मोती से, पन्नों को परिपूर्ण किया, मन की भावनाओं की इस किताब को शब्द मोती नाम दिया। है शहर अलग, है प्रान्त अलग, है अलग सबकी बोली भाषा, लेकिन सब ने मिलकर रच डाली सच्चे शब्दों की परिभाषा। कुछ ने लिख डाली प्रेम कथा, कुछ ने लिख कर कुछ डरा दिया, किसी की लेखनी ने रहस्य दिया तो किसी ने सब को रुला दिया। कुछ सामाजिक जीवन को दर्शाती कहानियों को भी है बुना, कुछ ने मानव जीवन की बुराइयों को प्रकाशित करना ही चुना।