इस अंक की आमुख कथा में है पीएसयू बैंकों के विलय की कहानी। आखिर क्यों जरूरत महसूस हो रही है विलय की? विलय के बारे में क्या है योजना? मॉर्गन स्टैनले के रुचिर शर्मा भारतीय शेयर बाजार की इस तेजी को मानते हैं पारदर्शी और टिकाऊ। पिछली तेजियों के मुकाबले रुचिर की नजर में इस बार क्या है अलग? किन दो सनकियों के बीच फँस गया है सेंसेक्स? राजीव रंजन झा का नियमित स्तंभ राग बाजारी। इन्फोसिस में कितनी कारगर रहेगी नंदन निलेकणि की दूसरी पारी? इक्विटी सेविंग्स फंड कैसे दिलाते हैं कम जोखिम के साथ कर बचत का लाभ? एसआईपी करते समय किन पाँच गलतियों से बचना है जरूरी? साथ में म्यूचुअल फंडों के प्रदर्शन का लेखा-जोखा। जेपी और आम्रपाली के खरीदार हैं बेहाल। आगे क्या हैं उम्मीदें उनके लिए? और भी बहुत कुछ... शेयर बाजार की नियमित जानकारियों के लिए देखें शेयर मंथन