उर्वशी एक प्रधान और प्रमुख अप्सरा है अगर आप उर्वशी सिद्ध कर लेते हो तो अन्य अप्सरा खुद ही सिद्ध हो जाती है उर्वशी का रूप बहुत ही सुंदर है, वह चिरयौवना है, वह 18 वर्ष की उम्र की युवती के समान अल्हड़ मदमस्त और यौवन रस से परिपूर्ण है। उर्वशी का सारा शरीर एक खूबसूरती सुन्दरता से परिपूर्ण रहता है|इस चरण की साधना से अनंत लाभ होते हैं क्यूंकी अब उर्वशी अपने साधक को मृत्यु पर्यन्त देवता सिद्ध गंधर्व बना देती है l स्वर्ग में अनंत सुखो को भोगने के लिए ले आती है स्वयं उसकी पत्नी बनकर उसका मार्गदर्शन करती है, इतना ही नहीं भगवान शिव कहते हैं इस साधना से जब उर्वशी सिद्ध हो जाती है तो अगले 7 जन्मो तक उर्वशी पत्नी के रूप में प्राप्त होती हैं ....